AI एजेंट्स 2025: क्या ये आपकी नौकरी छीन लेंगे या आसान बनाएंगे?
2025 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) अब सिर्फ एक टेक्निकल शब्द नहीं रहा। ChatGPT, Gemini, Copilot जैसे टूल्स ने दिखा दिया कि AI सिर्फ डाटा एनालिसिस या ऑटोमेशन तक सीमित नहीं है। अब AI एजेंट्स जैसे Virtual Employees बनकर काम कर रहे हैं। सवाल ये है कि क्या ये इंसानों की नौकरियां छीन लेंगे या फिर इंसानों का काम आसान करेंगे? AI एजेंट्स क्या होते हैं? AI एजेंट्स ऐसे डिजिटल प्रोग्राम होते हैं जो इंसानों जैसे काम कर सकते हैं — जैसे रिसर्च करना, ईमेल भेजना, शेड्यूल मैनेज करना, डाटा एनालाइज करना, या छोटी-मोटी रिपोर्ट तैयार करना। कुछ कंपनियां तो इन्हें 'AI Employees' भी कह रही हैं। OpenAI, Google और Anthropic जैसी बड़ी कंपनियां अब ऐसे एजेंट्स पर फोकस कर रही हैं। क्यों बढ़ रही है AI एजेंट्स की डिमांड? बिज़नेस को Productivity चाहिए Cost Cutting के लिए Manual Employees कम करने की सोच 24x7 काम कर सकते हैं ये एजेंट्स किसी को छुट्टी नहीं चाहिए, न ही Salary बढ़ाने की Demand AI से किसे खतरा है? सबसे ज्यादा खतरा repetitive काम करने वाले लोगों को है — जैसे Data Entry Operators, Basic C...